चुनाव आयुक्त अशोक लवासा को कार्यकाल पूरा होने से पहले ही एडीबी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अशोक लवासा को अक्टूबर, 2022 में मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में रिटायर होना था।
अशोक लवासा को एडीबी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया
भारत निर्वाचन आयोग के चुनाव आयुक्त अशोक लवासा को कार्यकाल पूरा होने से पहले ही एडीबी यानि एशियन डेवलपमेंट बैंक का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वर्ष 1980 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अशोक लवासा मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के दावेदार थे और भारत चुनाव आयोग में उनका कार्यकाल अभी बाकी था। अशोक लवासा ने 23 जनवरी, 2018 को भारत के चुनाव आयुक्त के रूप में पदभार संभाला था और उन्हें अक्टूबर, 2022 में मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में रिटायर होना था।
अशोक लवासा एडीबी में दिवाकर गुप्ता की जगह लेंगे
अशोक लवासा अब नए आदेश के बाद एडीबी के उपाध्यक्ष का पद संभालेंगे। अशोक लवासा इस पद पर 31 अगस्त को रिटायर में होने वाले दिवाकर गुप्ता की जगह जिम्मेदारी संभालेंगे। एडीबी ने बताया है कि अशोक लवासा को प्राइवेट सेक्टर ऑपरेशंस और पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के लिए एडीबी में उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया है। हालांकि, अभी अशोक लवासा की तरफ से इस मामले में कोई बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने उनकी नियुक्ति की पुष्टि की है।
लवासा ने आचार संहिता के उल्लंघन मामले में मोदी-शाह को क्लीनचिट मिलने का विरोध किया था
चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति से पहले अशोक लवासा केंद्रीय वित्त सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए। गौरतलब है कि अशोक लवासा उस समय चर्चा में आए थे, जब लोकसभा चुनाव, 2019 के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तत्कालिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को आचार संहिता के उल्लंघन मामले में क्लीनचिट मिलने का विरोध किया था। लोकसभा चुनाव, 2019 के कुछ समय बाद ही अशोक लवासा, उनकी पत्नी और उनके बेटे के खिलाफ आयकर विभाग का नोटिस भेजा गया था।