वैश्विक महामारी कोविड-19 के मई महीने में ज्यादा बढ़ते संक्रमण के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का बयान देशवासियों के लिए बड़ी राहत देने वाला है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आने वाले हफ्तों में कोरोना धीरे-धीरे पूरी तरह से फ्लैट होगा तथा रिवर्स भी होगा।
डॉ. हर्षवर्धन का बयान देशवासियों के लिए बड़ी राहत देने वाला
वैश्विक महामारी कोविड-19 के मई महीने में ज्यादा बढ़ते संक्रमण के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का बयान देशवासियों के लिए बड़ी राहत देने वाला है, उन्होंने कहा कि आने वाले हफ्तों में कोरोना धीरे-धीरे पूरी तरह से फ्लैट होगा तथा रिवर्स भी होगा। डॉ. हर्षवर्धन ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कुछ ही हफ्तों में कोरोना का ग्राफ न सिर्फ फ्लैट हो जाएगा, बल्कि रिवर्स भी होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना टेस्ट का दायरा बढ़ने तथा कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग में तेजी की वजह से आजकल ज्यादा कोरोना के केस आ रहे हैं।
हमारा रिकवरी रेट करीब 30 प्रतिशत- डॉ. हर्षवर्धन
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश में करीब 56 हजार लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं, करीब 1800 लोगों की मौत हुई है, करीब 17 हजार लोग ठीक होकर घर लौट गए हैं तथा हमारा रिकवरी रेट करीब 30 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की आबादी करीब 135 करोड़ यानि विश्व के 20 देशों के बराबर है, छोटे देशों में भी हमसे बहुत ज्यादा कोरोना केस तथा मौतें हुई हैं, हमारा देश बाकी दुनिया के मुकाबले बहुत अच्छा कर रहा है, सभी लोग सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।
आने वाले हफ्तों में कोरोना धीरे-धीरे पूरी तरह से फ्लैट होगा- हर्षवर्धन
एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के बयान पर कि जून-जुलाई, 2020 में भारत में कोरोना पीक पर पहुंच सकता है, इस पर डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उनसे मेरी कोई बात नहीं हुई है, मुझे नहीं पता कि क्या सोचकर उन्होंने यह बयान दिया है, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर मैं कह सकता हूं कि मैं आशावादी हूं, आने वाले हफ्तों में कोरोना धीरे-धीरे पूरी तरह से फ्लैट होगा तथा रिवर्स भी होगा। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर कोरोना के खिलाफ जंग में हमें निर्णायक विजय प्राप्त होगी।
भारत में कोरोना टेस्ट के 452 लैब हैं- हर्षवर्धन
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आज हमारे देश में 1 से 452 लैब बन गई, आज हम करीब 80 हजार कोरोना टेस्ट रोज कर रहे हैं, हमने 31 मई तक 1 लाख टेस्ट करने की बात कही थी, हम टेस्टिंग के मामले में विश्व के किसी देश से पीछे नहीं हैं, आज देश के हर जिले में कोरोना टेस्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के कई जगहों पर कोरोना के लिए वैक्सीन खोजने का काम चल रहा है तथा कई ह्यूमन ट्रायल तक भी पहुंच गए हैं।
सभी लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशों का पालन किया- हर्षवर्धन
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि मैं कर्म पर विश्वास रखता हूं, कोरोना के खिलाफ युद्ध हमने सबसे पहले शुरू किया तथा पूरे देश ने हमारा साथ दिया, प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशों का पालन किया गया, आज देश की सभी राज्य सरकारें केंद्र सरकार के सभी निर्देशों का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा जो डिजीज सर्विलांस है, वह बहुत अच्छा है, हमें सफलता मिल रही है, पूरी दुनिया में हमारी सराहना हो रही है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भारत की तरफ सब लोग देख रहे हैं, डब्ल्यूएचओ भी बार-बार भारत की सराहना कर रहा है, कुछ ही हफ्ते में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारे देश को भारी सफलता मिलेगी।
लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील देना जरूरी- हर्षवर्धन
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील देना जरूरी है, भारत विश्व का एकमात्र ऐसा देश है जहां प्रधानमंत्री मोदी ने असाधारण साहस का परिचय देते हुए इतने लंबे लॉकडाउन को लागू किया तथा लोगों ने इसका पालन किया। उन्होंने कहा कि अब लॉकडाउन में ढील देना या न देना इसका प्रभाव तब तक नहीं होगा जब तक हम यह न भूल जाएं कि इसके बाद भी सोशल डिस्टेसिंग तथा मास्क पहनना बहुत जरूरी है, अगर लोग इस बात का ध्यान रखें तो कोरोना हमारा बाल भी बांका नहीं कर सकता है।
कोरोना के खिलाफ सोशल डिस्टेंसिंग सबसे प्रभावी- हर्षवर्धन
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि निश्चित रूप से देश के महानगरों की चिंता है, लेकिन मुझे विश्वास है कि इन महानगरों में भी इस समस्या का समाधान कर लेंगे, यहां आबादी बहुत ज्यादा है, एक-एक घर में 15-15 लोग रहते हैं, इन क्लस्टर्स में लाखों लोग रहते हैं, वहां लॉकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग 100 फीसदी नहीं लागू हो सकती है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारे पास कोरोना के खिलाफ वैक्सीन नहीं है, तब तक सोशल डिस्टेंसिंग सबसे प्रभावी है, इस सोशल वैक्सीन का इस्तेमाल करना हमारे स्वास्थ्य तथा देश के लिए जरूरी है।