दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे रेसलर्स और दिल्ली पुलिस के बीच बुधवार देर रात झड़प हो गई। कुछ रेसलर्स को चोटें आई हैं। झड़प के बाद विनेश फोगट और साक्षी मलिक जैसी मेडल जीतने वाली रेसलर्स रोने लगीं। अगली सुबह यानी गुरुवार को बजरंग पूनिया ने कहा कि हम अपने मेडल्स भारत सरकार को लौटा देंगे। बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने कहा कि अब यह लड़ाई लंबी चलेगी।
रेसलर्स ने गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी
इसी बीच बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के नाम चिट्ठी लिखकर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। ये पहलवान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर लगातार 12 दिन से धरने पर बैठे हैं, इसी मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज ही सुनवाई भी होनी है।
पहलवानों-पुलिस में झड़प की वजह
पहलवानों ने कहा कि बारिश के चलते सड़क गीली हो गई थी, जब धरना स्थल पर बिस्तर लेकर पहुंचे तो पुलिसवालों ने रोक लिया, नशे में पुलिसवालों ने मारपीट की और अपशब्द कहे और पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
पुलिस ने एक्शन की क्या वजह बताई
दिल्ली पुलिस के DCP प्रणव तयाल ने देर रात जारी बयान में कहा कि जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने के दौरान AAP नेता सोमनाथ भारती बिना इजाजत बेड लेकर धरना स्थल पर पहुंच गए, हमने बीच-बचाव किया तो पहलवानों के समर्थक आक्रामक हो गए और ट्रक से बेड निकालने की कोशिश करने लगे, इसके बाद एक मामूली विवाद हुआ। अभी जंतर-मंतर पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है।
झड़प के बाद पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की
झड़प में रेसलर विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत का सिर फट गया। एक और रेसलर राहुल भी घायल हुआ है। हंगामे के कुछ देर बाद रेसलर्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इस दौरान विनेश और साक्षी रोने लगीं। उन्होंने कहा कि देश के लिए मेडल क्या यही दिन देखने के लिए लाए थे। सभी ने ज्यादा से ज्यादा लोगों के जंतर-मंतर पहुंचने की अपील की। हालांकि बाद में बजरंग ने वीडियो जारी कर ये अपील वापस ले ली।