वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ पूरी दुनिया के साथ भारत एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है, जिसके कारण केंद्र सरकार द्वारा लागू 25 मार्च से 17 मई तक देशव्यापी लॉकडाउन का चल रहा है, लेकिन विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने की तैयारी भारत सरकार ने शुरू कर दी है, इस बीच दिल्ली सरकार ने विदेश से आने यात्रियों के लिए एक गाइडलाइन जारी की है।
विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने की तैयारी भारत सरकार ने शुरू की
वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ पूरी दुनिया के साथ भारत एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है, जिसके कारण केंद्र सरकार द्वारा लागू 25 मार्च से 17 मई तक देशव्यापी लॉकडाउन का चल रहा है, लेकिन विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने की तैयारी भारत सरकार ने शुरू कर दी है, इस बीच आज दिल्ली सरकार ने विदेश से आने यात्रियों के लिए एक गाइडलाइंस जारी की है। दिल्ली सरकार के गाइडलाइंस के मुताबिक, दिल्ली में विदेश से आने वाले यात्रियों को स्वास्थ्य जांच से गुजरना होगा तथा उन्हें 14 दिन तक क्वारंटाइन में रहना पड़ेगा, क्वारंटाइन के दौरान का पूरा खर्च यात्रियों को खुद वहन पड़ेगा।
क्वारंटाइन का खर्च यात्रियों को खुद वहन करना पड़ेगा
दिल्ली सरकार के आदेश के मुताबिक, विदेश से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन के लिए जो व्यवस्था सरकार द्वारा की जाएगी, उसका खर्च यात्री को खुद उठाना पड़ेगा। दिल्ली सरकार की तरफ से इस संबंध में एक गाइडलाइंस जारी किया गया है, जिसमें यात्रियों की स्क्रीनिंग तथा तथा हैंडलिंग के लिए भी भी बताया गया है। ध्यान रहे कि विदेशों में फंसे भारतीयों को एयर इंडिया 7-13 मई, 2020 के बीच 64 उड़ानें संचालित करेगा, इसमें कई चरण में यात्रियों को दिल्ली लाया जाएगा।
जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं होंगे, उन्हीं को यात्रा की इजाजत होगी
केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक, विदेश से आने वाले यात्रियों की पहले स्क्रीनिंग की जाएगी, जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं पाए जाएंगे केवल उन्हीं को यात्रा की इजाजत होगी, इसके अलावा केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी सभी प्रोटोकॉल को सख्ती से पालन करना पड़ेगा। खाड़ी देशों से करीब 3 लाख लोगों ने भारत आने के लिए आवेदन दिया है।
पहले चरण में 13 देशों में फंसे लोग भारत आएंगे
ध्यान रहे कि पहले चरण में अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, यूएई, कुवैत, बहरीन, बांग्लादेश, मालदीव समेत 13 देशों में फंसे लोग भारत आएंगे। भारतीय नागरिकों को लाने जो विमान जाएगा, उसमें संबंधित देशों के विदेशी नागरिकों या 6 महीने से 1 वर्ष तक का विदेशी वीजा रखने वाले भारतीयों को भी जाने की छूट होगी।