अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया है। इसके साथ ही अब आतिशी मार्लेना दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री बनेंगी।
केजरीवाल ने उप-राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा
आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार, 17 सितंबर 2024 को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ऐलान किया था कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने ये भी कहा था कि जब तक जनता उन्हें ईमानदारी का प्रमाणपत्र नहीं देगी तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। वहीं, आप रके वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात के बाद अपना इस्तीफा सौंपा दिया है। वहीं, आतिशी की तरफ से दिल्ली में सरकार बनाने की दावेदारी पेश की गई है, उप-राज्यपाल से शपथ की तारीख तय करने के लिए कहा गया है ताकि दिल्ली का काम हो।
केजरीवाल ने समय पूर्व चुनाव की मांग की थी
ध्यान रहे कि 13 सितबंर को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद रविवार यानि 15 सितंबर को अरविंद केजरीवाल ने अपने अप्रत्याशित फैसले की घोषणा करते हुए कहा था कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और इस पद पर तभी लौटेंगे जब जनता उन्हें आगामी दिल्ली विधानसभा के चुनाव में ‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’ दे देगी। उन्होंने दिल्ली में समय पूर्व चुनाव की भी मांग की थी। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है और चुनाव फरवरी की शुरुआत में होने की संभावना है।
आतिशी होंगी दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री
वहीं, अब अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी मार्लेना दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। मंगलवार को आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगी। कांग्रेस की शीला दीक्षित और भारतीय जनता पार्टी की सुषमा स्वराज के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।
आतिशी ने निभाई ये खास भूमिका
अरविंद केजरीवाल के जेल में रहने के दौरान आतिशी ने दिल्ली सरकार में वित्त, शिक्षा और राजस्व सहित 14 विभागों का जिम्मा संभाला। शिक्षा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी सरकार की कई उपलब्धियों का श्रेय आतिशी को दिया जाता है, उन्हें पिछले साल मार्च में दिल्ली मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था और 21 मार्च, 2024 को आबकारी नीति मामले में आप संयोजक केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से वह सरकार और पार्टी दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थीं।