वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट के बीच भारत में 21 दिनों का देशव्यापी लॉक डाउन भारत की अर्थव्यवस्था लिए बहुत बुरी साबित हो रही है। इसकी जानकारी रेटिंग एजेंसी एक्यूट रेंटिंग एंड रिसर्च ने दी है।
रोजाना 4.64 अरब डॉलर का नुकसान
वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट के बीच भारत में 21 दिनों का देशव्यापी लॉक डाउन भारत की अर्थव्यवस्था लिए बहुत बुरी साबित हो रही है। रेटिंग एजेंसी एक्यूट रेंटिंग एंड रिसर्च ने बताया है कि भारत में 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के कारण भारत की अर्थव्यवस्था को रोजाना 4.64 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो रहा है। एक्यूट रेंटिंग एंड रिसर्च द्वारा दिए गए 2 अप्रैल, 2020 के रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के कारण भारत की अर्थव्यवस्था को कुल 98 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान होगा।
चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर 2-3 फीसदी रहेगी
ध्यान रहे कि भारत में 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के कारण लोगों का घरों से निकलने पर पाबंदी से सभी प्रकार की आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से ठप है, जिसके चलते देश की अर्थव्यस्था को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। एक्यूट रेंटिंग एंड रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून, 2020 के पहली तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 5-6 फिसदी की गिरावट की आशंका है, जबकि दूसरी तिमाही जुलाई-सितम्बर, 2020 के बीच कुछ वृद्धि हो सकती है लेकिन कम। एक्यूट रेंटिंग के मुताबिक, ऐसी ही स्थिति रही तो चालू वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2-3 फीसदी रह सकती है। गौरतलब है अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या करीब 3 हजार 5 सौ पहुंच गई है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 100 को पार कर चुकी है।