वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत के लिए कुछ अच्छे संकेत मिल रहे हैं। भारत में कोरोना के नए मामले की तेजी में कमी आई है तथा रिकवरी रेट भी दुनिया के कई विकसित देशों से बेहतर है।
भारत की रिकवरी रेट अमेरिका तथा पश्चिमी देशों से बेहतर
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत के लिए कुछ अच्छे संकेत मिलने शुरू हो गए हैं, देश में कोरोना के नए मामले की तेजी में कमी आई है तथा रिकवरी रेट भी अमेरिका तथा पश्चिमी देशों से कहीं बेहतर है। भारत में केरल राज्य का रिकवरी रेट भारत में सबसे बेहतर है, केरल में रिकवरी रेट 98.9 प्रतिशत है। देशव्यापी लॉकडाउन से पहले हर चौथे दिन कोरोना पॉजिटिव केस दोगुने हो जाते थे, लेकिन अब दोगुने होने में 7.5 दिन का समय लग रहा है, देश के करीब 59 जिले ऐसे हैं जहां पिछले 14 दिनों कोई नया कोरोना मामला नहीं आया है।
लॉकडाउन से पहले 3.4 दिनों में कोरोना केस दोगुने हो रहे थे, अब 7.5 दिनों में
देशव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च को जब लागू हुआ उस वक्त भारत में हर 3.4 दिन में कोरोना के मामले दोगुने हो रहे थे, अब 7.5 दिन में कोरोना के मामले दोगुने हो रहे हैं, देश के 18 राज्यों में तो राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा समय में कोरोना के मामले दोगुने हो रहे हैं। केरल में 72.2 दिनों में तथा ओडिशा में 39.8 दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुने हो रहे हैं, जबकि जबकि दिल्ली में 8.5 दिन में कोरोना केस दोगुने हो रहे हैं। अंडमान और निकोबार में 20.1 दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुने हो रहे हैं, जबकि हिमाचल प्रदेश में 24.5 दिनों में, चंडीगढ़ में 25.4 दिनों में तथा हरियाणा में 21 दिनों में कोरोना मरीज दोगुने हो रहे हैं।
भारत में रिकवरी रेट 83.6 प्रतिशत
कोरोना वायरस से रिकवरी के मामले में भारत अमेरिका तथा यूरोप के फ्रांस, इटली, ब्रिटेन, स्पेन आदि जैसे विकसित देशों से काफी अच्छी स्थिति में है। भारत में हर 10 कोरोना केसों में 8 क्लोज्ड केस हैं, जबकि 2 की मौत हुई है, जबकि भारत में रिकवरी रेट 83.6 प्रतिशत है, वैश्विक स्तर पर रिकवरी रेट करीब 79 प्रतिशत है। जर्मनी में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत, स्पेन में रिकवरी रेट 79.1, इटली में रिकवरी रेट 66.5 तथा अमेरिका में रिकवरी रेट 63.5 प्रतिशत है।
केरल में रिकवरी रेट 98.9 प्रतिशत
भारत में रिकवरी रेट की बात करें तो केरल 98.9 प्रतिशत के साथ शीर्ष स्थान पर है, जबकि तमिलनाडु में 96.5 प्रतिशत, राजस्थान में 92.9 प्रतिशत, तेलंगाना में 91.2 प्रतिशत, कर्नाटक में 87.4 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 86.4 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 69.5 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 64.5 प्रतिशत, गुजरात में 62.5 प्रतिशत तथा दिल्ली में 61.5 प्रतिशत रिकवरी रेट है, दिल्ली में रिकवरी रेट देश में सबसे कम है।
गुजरात में 18.3 प्रतिशत की दर से कोरोना मरीजों में बढ़ोतरी
गुजरात में कोरोना मरीजों की संख्या 18.3 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, जो भारत के वैसे सभी राज्यों में जहां 50 या उससे ज्यादा कोरोना मामले हैं, उसकी तुलना में सबसे ज्यादा है। राजस्थान तथा दिल्ली में कोरोना के मामले में कमी आई है, पिछले सात दिनों में राजस्थान, दिल्ली, बिहार, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी देखी गई है, वहीं केरल में कोरोना के पॉजिटिव केसों में लगातार कमी हो रही है।
भारत में कोरोना पॉजिटिव केस 18,800 के पार, मरने वालों की संख्या 601 पहुंची
गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या करीब 18,800 पहुंच चुकी है, कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 3286 हो गई है, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या 601 हो चुकी है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 24 लाख, 97 हजार को पार कर चुकी है तथा इससे मरने वालों की संख्या करीब 1 लाख, 71 हजार पहुंच चुकी है। विश्व में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या अमेरिका में करीब 7 लाख 93 हजार पहुंच चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या यहां करीब 42,500 हो चुकी है।