बिहार में 10 से 20 लाख रोजगार की बात के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेरोजगारों से जुड़े मसलों पर फैसला लेने में ना देरी कर रहे हैं और ना रत्ती भर रिस्क ले रहे हैं। पिछले 10 दिन में बीपीएससी के 2 फैसले को पलट दिया गया है।
10 दिन में BPSC के 2 फैसले पलटे
बिहार में महागठबंधन-2 सरकार बनने के बाद से ही नौकरी-रोजगार राज्य सरकार और विपक्ष के एजेंडे में सबसे ऊपर है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेरोजगारों को नाराज करने का रत्ती भर रिस्क नहीं उठा रहे हैं। शिकायतें आ रही हैं तो चट सुनवाई और पट एक्शन हो रहा है। पिछले 10 दिन के अंदर नीतीश कुमार ने बेरोजगारों की मांग पर बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर बीपीएससी के 2 फैसले को पलट दिया।
CM नीतीश ने लिया था मामले का संज्ञान
सबसे पहले बीपीएससी कैंडिडेट्स ने 2 पाली (शिफ्ट) में परीक्षा लेने और पर्सेंटाइल सिस्टम का विरोध करते हुए पटना में प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठी चलानी पड़ी थी। इससे पहले कुछ दिन पहले ही सातवें चरण की शिक्षक बहाली की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज से सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा था। मुख्यमंत्री नीतीश ने फौरन बीपीएससी के मामले का संज्ञान लिया और मुख्य सचिव से लेकर बीपीएससी चेयरमैन तक को बुलाया और फैसला हो गया कि अब बीपीएससी पीटी की परीक्षा 2 पाली के बदले 1 ही पाली में होगी।
अब 30 सितंबर को होगी BPSC PT परीक्षा
फिर इस सप्ताह बीपीएससी ने पीटी परीक्षा की तिथि 21 सितंबर जारी कर दी। फिर बवाल हो गया। दिल्ली दौरे पर गए सीएम नीतीश कुमार से यूपीएससी और बीपीएससी दोनों की तैयारी कर रहे कुछ कैंडिडेट मिले और कहा कि बीपीएससी ने पीटी परीक्षा की तिथि 21 सितंबर है, जो यूपीएससी की मुख्य परीक्षा के बीच में है, इससे उन लोगों को एक परीक्षा छोड़ना पड़ेगा जो दोनों देना चाहते हैं। इसके बाद नीतीश कुमार ने उनको भरोसा दिया कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार करेगी। नीतीश गुरुवार की शाम पटना पहुंचे और आज शुक्रवार की दोपहर बीपीएससी पीटी परीक्षा की तारीख 21 सितंबर से बदलकर 30 सितंबर 2022 होने का फैसला आ गया।