एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान ने पिता दिवंगत राम विलास पासवान के दसकर्म पर बाल मुंडवाते हुए प्रण लिया कि नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनने से रोकने की हर मुमकिन कोशिश करूंगा।
मुझे नीतीश के नेतृत्व व नीति से परहेज- चिराग
चिराग पासवान ने आज 18 अक्टूबर को पिता के दसकर्म पर सर मुड़ाते हुए कहा कि मैं नीतीश कुमार को इस बार मुख्यमंत्री बनने से रोकने की हर मुमकिन कोशिश करूंगा, इसके लिए मैं संकल्पित हूं, मुझे उनके नेतृत्व और नीति से परहेज है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश की लोकप्रियता समाप्त होने व जनता में आक्रोश के बावजूद भाजपा उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बहुत पहले घोषित कर चुका है, हर दिन इसी बात का वो प्रमाण दे रहे हैं। चिराग ने कहा कि मेरे पिता का आखिरी सपना था कि पार्टी अकेले चुनाव लड़े, वो सच कर रहा हूं, सारी रणनीति उन्होंने बनाई, पापा ने अस्पताल जाने के पहले भाजपा के कई नेताओं को बताई थी अपने दिल की बात, सीटों पर हमलोगों की चर्चा भाजपा से नहीं हुई थी।
पीएम मोदी मेरे दिल में बसते हैं- चिराग
चिराग ने कहा कि एनडीए गठबंधन से अलग होने के सिवा मेरे पास कोई विकल्प नहीं था, बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के साथ मुख्यमंत्री नीतीश नहीं थे और उन्होंने सात निश्चय पार्ट-2 की घोषणा की, फिर कोई विकल्प नहीं था मेरे पास। उन्होंने कहा कि मुझे भाजपा से समर्थन की अपेक्षा नहीं है, मुझे दुख होते हैं कि केंद्रीय कैबिनेट में पापा के सहयोगी अब उनकी पार्टी को वोटकटवा कह रहे हैं, मगर मैं अपशब्द नहीं कह सकता, मेरी आस्था पर रोक नहीं लगा सकते, प्रधानमंत्री मोदी मेरे दिल में बसते हैं, उस बुरे समय में वो मेरे साथ थे, मुख्यमंत्री नीतीश तो नहीं थे ना।
नीतीश को रोकने की हर कोशिश होगी- चिराग
चिराग ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश पिता के देहांत के बाद तीन बार मिले एक बार आंख तक नहीं मिलाई, अगर उन्होंने मुझे सांत्वना तक दी होती तो मुझे बोलने में संकोच होता मगर अब तो मुझे उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनने से रोकना है। उन्होंने कहा कि वो बड़े हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं, अगर मिलेंगे तो पांव छू कर प्रणाम करूंगा, मगर उन्हें मुख्यमंत्री बनने से रोकने का हर प्रयास करूंगा, अब मैं चुनावी मैदान में हूं और अब उन्हें रोकने की हर कोशिश होगी।