बिहार विधानसभा चुनाव, 2020 के दौरान एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान ने एक बड़ा ऐलान किया है। चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आखिरी चुनाव का ऐलान कर अगर वो सोच रहे हैं कि अपने आपको एकांतवास में ले जाकर वह जांच से बच जाएंगे तो मैं यह होने नहीं दूंगा।
जनता अब नीतीश को मौका नहीं देगी- चिराग
बिहार चुनाव प्रचार के आखिरी दिन 5 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया की धमदाहा की रैली में ऐलान किया कि यह मेरा अंतिम चुनाव है, अंत भला तो सब भला। नीतीश कुमार के इस बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है, ऐसे में चिराग पासवान ने कहा कि ‘यह नीतीश कुमार की हार की घोषणा है, नीतीश कुमार अपने आखिरी चुनाव का ऐलान कर अगर सोच रहे हैं कि अपने आपको एकांतवास में ले जाकर वह जांच से बच जाएंगे तो मैं यह होने नहीं दूंगा।’ चिराग ने एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि नीतीश कुमार कभी भी संन्यास लेने की बात नहीं करते, लेकिन उनको शायद पता लग गया कि जनता अब सेवा का मौका नहीं देने वाली है।
नीतीश जांच से नहीं बच पाएंगे- चिराग
चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी से लेकर बाढ़ राहत पैकेज में जितना भ्रष्टाचार किया है, उससे वो बच नहीं पाएंगे, बिहार में तटबंध बनाए जाते हैं, वो महीने भर में ही टूटने लगते हैं, इससे पता चलता है कि किस तरह से बिहार में भ्रष्टाचार हुआ है, ऐसे में हम नीतीश कुमार जांच के बगैर एकांतवास में नहीं बैठ पाएंगे। युवाओं को रोजगार देने के सवाल पर चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में तेजस्वी यादव और कांग्रेस की भी हिस्सेदारी थी, भाजपा तो पिछले एक दशक से सरकार में थी, तब 19 लाख लोगों को नौकरी क्यों नहीं दी, इससे पहले राजद की सरकार थी नौकरी तब भी नहीं दी गईं और जदयू के साथ सरकार में रहते हुए भी तेजस्वी यादव ने युवाओं को रोजगार क्यों नहीं दिया।
पापा को ढंग से याद नहीं कर पाए- चिराग
चिराग ने कहा कि बिहार चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं कि पापा (रामविलास पासवान) को भी ढंग से याद नहीं कर पाए, साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीतिक तौर पर पापा इतना तैयार कर गए हैं कि हर परिस्थिति का सामना कर सकूं। उन्होंने कहा कि पिता के निधन के बाद ऐसे हालत बन गए थे कि कोई भी चुनाव के लिए तैयार नहीं होता, बिहार चुनाव सिर पर था और मेरे पास सिर्फ दो ही रास्ते थे, या तो मैं हाथ खड़े कर देता या फिर पिता के आखिरी सपने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट को पूरा करता, इस दौरान मेरे ऊपर व्यक्तिगत प्रहार किए गए, लेकिन हम पीछे नहीं हटे।
अकेले नीतीश को चुनौती दे रहा हूं- चिराग
एनएडीए से अलग होकर चुनाव लड़ने के सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि हमारे अंदर इतनी हिम्मत तो थी कि अकेले चुनावी रणभूमि में उतरा हूं, 38 साल की उम्र में अकेले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देने का काम किया, जबकि बाकी लोग किसी न किसी के सहारे चुनावी मैदान में उतरे हैं।