ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है, ओवैसी पर कोरोना नियमों के उल्लंघन का भी आरोप है।
असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ केस दर्ज
एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मुश्किल में पड़ते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में जनसभा में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी पर कोरोना नियमों के उल्लंघन को लेकर भी केस दर्ज किया गया है। ध्यान रहे कि उत्तर प्रदेश के दौरे पर आए असदुद्दीन ओवैसी 9 सितंबर को बाराबंकी के कटरा मोहल्ले में जनसभा को संबोधित किए थे।
ओवैसी ने बाराबंकी में दिया था भड़काऊ भाषण
बाराबंकी में जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बाराबंकी में रामसनेहीघाट में बनी 100 साल पुरानी मस्जिद को शहीद कर दिया गया, एक एसडीएम द्वारा यह गुस्ताखी इसलिए की गई कि उसे अजान अच्छी नहीं लगती थी, यह खेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करवाया। ओवैसी ने कहा था कि बीच में भाजपा में बदलाव होना था, योगी को मुख्यमंत्री पद से हटाना था, तो उस बाबा ने एसडीएम को आगे कर मस्जिद को शहीद करवाकर सरगर्मी तेज कर दी, एसडीएम पर कार्रवाई करने के बजाए सीडीओ बना दिया गया।
ओवैसी ने मोदी-योगी पर साधा निशाना
ओवैसी ने आगे कहा था कि भाजपा की योगी और मोदी सरकार सेक्युलिरज्म को कमजोर करने का कार्य कर रही है, पीएम मोदी धीरे-धीरे देश को हिन्दू राष्ट्र में तब्दील करने की तैयारी कर रहे हैं, देश में मुसलमानों की मौतों का वीडियो बनाकर वायरल कर हमारी हिम्मत को कमजोर किया जा रहा है।
ओवैसी ने सपा और बसपा पर भी किया प्रहार
ओवैसी ने इस दौरान सपा और बसपा को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि इन पार्टियों ने कभी भी मुसलमानों के हक के लिए आवाज नहीं उठाई, इन लोगों ने मुसलमानों का वोट ले लिया है पर उनकी कभी परवाह नहीं की, इन पार्टियों ने नागरिकता संशोधन कानून और तीन तलाक का भी विरोध नहीं किया।