बिहार विधानसभा चुनाव, 2020 की तारीखों के ऐलान के बाद से नेताओं के दल-बदल का सिलसिला तेज हो गया है। बिहार में राजपूत जाति के सिरमौर कहे जाने वाले पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह की पत्नी लवली आनंद व बेटे चेतन आनंद ने आज राजद का दामन थाम लिया है।
लवली-चेतन ने राजद की सदस्यता ग्रहण की
लवली आनंद ने आज 28 सितंबर को अचानक बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की तथा अपने बेटे चेतन आनंद के साथ राजद की सदस्यता ग्रहण कर लीं। लवली आनंद तथा उनके बेटे चेतन आनंद को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड पर तेजस्वी यादव के उपस्थिति में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी की औपचारिक सदस्यता दिलाई। राजद अब लवली आनंद को पार्टी में शामिल करने के बाद राजपूत वोटरों को मैनेज करने की जुगत में लग गई है।
नीतीश कुमार ने हमें धोखा दिया- लवली
इससे पहले आनंद मोहन की रिहाई के लिए लगातार लवली आनंद नीतीश सरकार से गुहार लगा रही थी, लेकिन बात बनते नहीं दिखी तो लवली आनंद ने नीतीश कुमार से मोह भंग किया और लालू प्रसाद की पार्टी की ओर बढ़ गईं। राजद में शामिल होने के बाद लवली आनंद ने कहा कि हम आज तन मन धन से राजद के सदस्य हो गए हैं, हमारे समर्थक अब राजद के सदस्य हो गए हैं, अपने समर्थकों से हम कहना चाहते हैं कि नीतीश कुमार ने हमें धोखा दिया है, आनंद मोहन जी को जेल भेजने वालों को जनता जवाब देगी।
हमलोग तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए आए- लवली
लवली आनंद ने कहा कि हम अपने समर्थकों से कहना चाहते हैं कि ये नीतीश कुमार की जुल्मी सरकार को विधानसभा चुनाव में सबक सिखाए व सत्ता से बेदखल करें, हमलोग तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए आए हैं, आज आनंद मोहन जेल में हैं, नीतीश कुमार ने खासकर राजपूत समाज को छलने का काम किया है। इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पार्टी हमे जो भी काम देगी हम उसको खुले मन से करेंगे और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए हर मेहनत करेंगे।
तेजस्वी के हस्ताक्षर से लवली राजद में शामिल
वहीं, आरजेडी ने अपने खेमें में बढ़ोतरी और एनडीए से लड़ाई के लिए मिले एक और पिलर का स्वागत खुलकर किया। पार्टी के इन नए सदस्यों की हौसला आफजाई करते हुए राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि राजद ने सम्मानपूर्वक लवली आनंद का स्वागत किया है, आनंद मोहन जेल में हैं, लेकिन लवली आनंद व उनके बेटे चेतन आनंद राजद को सहयोग करेंगे, ताकि विश्वासघात व सांप्रदायिक ताकतों को परास्त किया जाए। जगदानंद सिंह ने कहा कि लवली आनंद जी अपने समर्थकों के साथ राजद में शामिल हुई हैं, तेजस्वी यादव ने अपने हस्ताक्षर से राजद में शामिल कराया है।
लवली आनंद सांसद के साथ विधायक भी रहीं
ध्यान रहे कि 1994 में वैशाली संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में लवली आनंद ने पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा की पत्नी किशोरी सिन्हा को हराकर अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी। लवली आनंद ने अपने पति आनंद मोहन सिंह की बिहार पीपुल्स पार्टी के अलावा बाद के दिनों में कई पार्टियां बदलीं और सांसद के साथ ही विधायक भी रहीं। वर्ष 2014 के आम चुनाव से पहले वह कांग्रेस में थीं, लेकिन कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस छोड़ समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ीं, जिसमें उनको हार मिली। वर्ष 2015 में लवली आनंद ने जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) से भी जुड़ी थीं, जनवरी 2019 में ये फिर से कांग्रेस से जुड़ीं तथा फिर आज 28 सितम्बर, 2020 से राजद की हो गई हैं।