वैश्विक महामारी कोरोना संकट के दौरान आज कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल, पटना एम्स के करीब 400 नर्सिंग स्टाफ 6 सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए, जिससे कोरोना मरीजों की परेशानी बढ़ गई है।
पटना एम्स के करीब 400 नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर गए
वैश्विक महामारी कोरोना संकट के दौरान आज कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल, पटना एम्स के करीब 400 नर्सिंग स्टाफ 6 सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए, जिससे कोरोना मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। पटना एम्स के ये नर्सिंग स्टाफ अपनी मांगों को लेकर एम्स परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क लगाकर प्रदर्शन भी किए।
नर्सिंग स्टाफों ने अपील की कि हमें एम्स परिवार की सदस्य की तरह समझा जाए
प्रदर्शन कर रहे इन नर्सिंग स्टाफों का कहना है कि हम कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर बेदी एंड बेदी से स्टाफ नर्स, नर्सिंग ऑफिसर के पद पर पिछले कई वर्षों से एम्स में कार्यरत हैं, पटना एम्स की शुरुआत जब हुई तब से लेकर आज तक हम सभी कॉन्ट्रैक्ट नर्सिंग ऑफिसर एम्स के सहयोग में भागीदार हैं, ऐसे में हमारी अपील है कि हमें एम्स परिवार की सदस्य की तरह समझा जाए तथा हम सभी की मांग के बारे में सोचा जाए।
पटना एम्स के नर्सिंग स्टाफ की मुख्य 6 मांगें हैं-
- समान काम समान वेतन की केंद्र सरकार के नियम-नीतियों को देखते हुए हमारी सैलरी को भी बढ़ाया जाए।
- एम्स के सदस्य और हमारी ड्यूटीज को देखते हुए हमारी भी छुट्टियां बढ़ाई जाएं।
- प्रबंधन से हमारी अपील है कि अभी कोरोना काल चल रहा है और इस काल में कॉन्ट्रैक्ट नर्सिंग ऑफिसर का बहुत बड़ा योगदान रहा है, ऐसे में हमारा कोई भी कांटेक्ट साथी अगर बीमार होता है और भविष्य में भी उसको स्वास्थ्य के संबंधित कोई भी तकलीफ होती है, तो उनको भी परमानेंट स्टाफ की तरह मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाए और हमारे परिवार का भी हेल्थ कार्ड बनाया जाए।
- आने वाले कोई भी परमानेंट भर्ती में हम कांटेक्ट स्टाफ जो कि एम्स पटना के सदस्य हैं और यहां पर कॉन्ट्रैक्ट में भी स्किल टेस्ट और एग्जाम के माध्यम से सलेक्ट हुए हैं, उनको परमानेंट बहाली में भी वरीयता और प्राथमिकता दी जाए।
- हमारी मांग है कि उनका कोई भी साथी अगर एम्स छोड़कर जाता है तो उसको एम्स के लेटर पैड पर कार्य करने का अनुभव सर्टिफिकेट एम्स प्रबंधन की ओर से दिया जाए।
- हम सभी अभ्यर्थी पिछले कई सालों से सम्मान कार्य कर रहे हैं तो हमें भी एम्स थर्ड पार्टी से हटाकर एम्स के अधीन लिया जाए और हमें जॉब सिक्योरिटी दी जाए।