वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा 25 मार्च से 31 मई तक 68 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, फिर भी कोरोना का कहर देश में दिन पर दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इस बीच आईएलबीएस के डायरेक्टर डॉ. एस के सरीन ने कहा है कि भारत में कोरोना वायरस का पीक जुलाई-अगस्त, 2020 में आएगा।
भारत में कोरोना वायरस का पीक जुलाई-अगस्त में आएगा- डॉ. एस के सरीन
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा 25 मार्च से 31 मई तक 68 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, फिर भी कोरोना का कहर देश में दिन पर दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इस बीच दिल्ली स्थित आईएलबीएस यानि इंस्टीटयूट ऑफ लिवर एंड बिलिअरी साइंसेज के डायरेक्टर डॉ. एस के सरीन ने कहा है कि भारत में कोरोना वायरस का पीक यानि चरम जुलाई-अगस्त, 2020 में आएगा। ध्यान रहे कि डॉ. एस के सरीन दिल्ली सरकार के कोरोना पैनल के चेयरमैन हैं।
रणदीप गुलेरिया ने कहा था, भारत में कोरोना का पीक जून-जुलाई, 2020 में आएगा
डॉ. एस के सरीन ने एक अखबार को दिए इंटव्यू में कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन ने कोरोना वायरस के पीक को कुछ समय के लिए टाल दिया है, भारत में कोरोना वायरस का पीक जुलाई- अगस्त, 2020 के बीच में आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के अंदर कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, यह तब तक रहेगा जब तक कि प्रजनन संख्या एक से अधिक हो यानि प्रत्येक कोरोना संक्रमित व्यक्ति वायरस को एक से अधिक लोगों में फैलाए। ध्यान रहे कि इससे पहले एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि भारत में कोरोना वायरस पीक यानि जून-जुलाई, 2020 में आएगा।
भारत में कोरोना का सामुदायिक प्रसार होने की संभावना- डॉ. सरीन
डॉ. एस के सरीन से जब पूछा गया कि क्या दिल्ली में कोरोना का सामुदायिक प्रसार हुआ है, तो उन्होंने कहा की सामुदायिक प्रसार तब होता है, जब संक्रमण बिना ट्रैवल हिस्ट्री या ज्ञात कॉन्टैक्ट के फैले, यह प्रवासी मजदूरों के बड़ी संख्या में गतिविधि करने और लॉकडाउन के नियमों में ढील देने की वजह से हो रहा है, लोग सामुदायिक प्रसार शब्द से डरते हैं, लेकिन यह करीब सभी देशों में हुआ है तथा वर्तमान में हमारे यहां होने की संभावना है।
दिल्ली में तीसरे स्टेज में रोजाना 1000 मामले सामने आ सकते हैं- डॉ. सरीन
डॉ. एस के सरीन जब उनसे पूछा गया कि दिल्ली के लिए सबसे खराब स्थिति क्या है तथा क्या दिल्ली इसके लिए तैयार है तो डॉ. एस के सरीन ने कहा कि हम पहले से ही दूसरे स्टेज में हैं, पैनल ने एक दिन में 500 मामलों को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा कि दिल्ली तीसरे स्टेज के लिए भी तैयार है, जिसमें एक दिन में 1000 मामले सामने आ सकते हैं।
दिल्ली के लोगों को बहुत ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है- डॉ. सरीन
डॉ. एस के सरीन ने कहा कि दिल्ली में हम अब रोजाना 5000 सैंपल का टेस्ट कर रहे हैं, यह संख्या जरूरत पड़ने पर 10 हजार तक जा सकती है, दिल्ली अच्छा कर रही है, लेकिन दूसरे राज्यों के लोगों की आवाजाही के कारण यह बहुत असुरक्षित शहर बन गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले एक से डेढ़ साल तक दिल्ली असुरक्षित शहर बना रहेगा, दिल्ली के लोगों को बहुत ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।