केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी को कानूनी दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं- सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन को आज 100 दिन पूरे हो गए हैं।
किसानों का KMP एक्सप्रेस-वे पर शक्ति प्रदर्शन
किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे होने पर किसानों ने अपनी पूर्व की घोषणा के मुताबिक, आज 6 मार्च को कुंडली-मानेसर-पलवल यानि केएमपी एक्सप्रेस-वे समेत दिल्ली की ओर आने वाले रास्ते जाम कर शक्ति प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक यह नाकेबंदी रही। पलवल में किसानों ने केएमपी एक्सप्रेस-वे जाम करने के दौरान लोकगीत और रागिनी गाकर अपना विरोध दर्ज कराया, इस दौरान सभी जगह धरना शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहा। किसानों के शक्ति प्रदर्शन के मद्देनजर कल यानि शुक्रवार देर रात से ही सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, वहीं केएमपी एक्सप्रेस-वे से जुड़े सीमावर्ती इलाकों के जिलाधिकारियों को खुद व्यवस्था पर नजर रखने को कहा गया था।
26 नवंबर, 2020 से चल रहा है किसान आंदोलन
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून- 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून- 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून- 2020 को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन 26 नवंबर, 2020 से चल रहा है।