भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने लक्ष्य सेन को मात देकर स्पेन में चल रहे बीडब्लूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में जगह पक्की कर ली। इसके साथ ही किदांबी श्रीकांत बीडब्लूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचने वाले भारत के पहले पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं।
लक्ष्य को हराकर फाइनल में पहुंचे श्रीकांत
स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने बीएफडब्ल्यू वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई है। किदांबी श्रीकांत तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं, जो इस टूर्नामेंट का फाइनल खेलेंगे। किदांबी श्रीकांत से पहले पीवी सिंधू और साइना नेहवाल इस टूर्नामेंट का फाइनल खेल चुकी हैं। श्रीकांत ने सेमीफाइनल मैच में 18 दिसंबर को भारत के ही लक्ष्य सेन को हराया, इस मैच में श्रीकांत पहला सेट हार गए थे, लेकिन इसके बाद वापसी करते हुए उन्होंने बाकी दोनों सेट जीते और फाइनल मैच में जगह बनाई। इसके साथ ही बीएफडब्ल्यू वर्ल्ड चैंपियनशिप में अब श्रीकांत का कम से कम सिल्वर मेडल जीतना तय हो गया है।
सेमिफाइनल मैच में श्रीकांत हार गए थे पहला सेट
सेमिफाइनल मैच की शुरुआत में दोनों खिलाड़ियों बराबरी पर चल रहे थे, लेकिन बाद में लक्ष्य ने बढ़त बनाते हुए पहला गेम 21-17 से अपने नाम कर लिया, इसके बाद श्रीकांत ने दूसरे सेट में वापसी की 21-14 से जीत दर्ज की तथा तीसरे सेट में भी दोनों खिलाड़ी शुरुआत में बराबरी पर थे पर बाद में श्रीकांत ने शानदार खेल दिखाते हुए लक्ष्य को यह सेट 21-17 से हराकर फाइनल में जगह बना ली।
पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचे थे श्रीकांत और लक्ष्य
श्रीकांत और लक्ष्य दोनों पहली बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे थे। लक्ष्य यह कारनामा करने वाले चौथे भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं। इससे पहले प्रकाश पादुकोण ने 1983, बी साई प्रणीत ने 2019 और श्रीकांत ने इसी टूर्नामेंट में यह कारनामा किया। लक्ष्य इसी के साथ बीडब्लूएफ विश्व चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले सबसे युवा पुरुष खिलाड़ी भी बन गए हैं। 2 मेडल के साथ भारत के इस टूर्नामेंट में कुल 12 मेडल हो गए हैं। बीडब्लूएफ विश्व चैंपियनशिप में प्रकाश, साई प्रणीत, श्रीकांत और लक्ष्य के अलावा पीवी सिंधु ने 5 मेडल जीते हैं, वहीं साइना नेहवाल के नाम 2 मेडल हैं, ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने साल 2011 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।