वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है, इस बीच केंद्र सरकार के अहम विभाग नीति आयोग के कार्यालय में भी कोरोना ने अपना कहर मचाना शुरू कर दिया है।
नीति आयोग के कार्यालय में कोरोना का कहर
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है, इस बीच केंद्र सरकार के अहम विभाग नीति आयोग के कार्यालय में भी कोरोना ने अपना कहर मचाना शुरू कर दिया है। नीति आयोग में एक निदेशक स्तर का अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद आज नीति आयोग के कार्यालय की बिल्डिंग को सील कर दिया है तथा किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है।
नीति आयोग के कार्यालय की बिल्डिंग 2 दिनों के लिए सील
नीति आयोग के कार्यालय की बिल्डिंग को सील करने के बाद पूरे बिल्डिंग को सेनिटाइज किया जा रहा है। नीति आयोग के कार्यालय के हर सिक्योरिटी गार्ड को भी सेनिटाइज किया किया गया है। नीति आयोग के उप सचिव अजीत कुमार ने बताया कि नीति आयोग के एक अधिकारी में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद नीति आयोग के कार्यालय की बिल्डिंग को सेनिटाइज करके कोरोना संक्रमण मुक्त करने के लिए 2 दिनों के लिए पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
दिल्ली में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 3108
दिल्ली में अब तक कुल 3108 कोरोना पॉजिटिव केस हो गए हैं, कोरोना बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या यहां 877 हो गई है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या 54 हो चुकी है। दिल्ली के सभी 11 जिले कोरोना हॉटस्पॉट इलाके घोषित किए जा चुके हैं। दिल्ली में अब तक 99 कोरोना हॉटस्पॉट इलाके घोषित हो चुके हैं।
भारत में कोरोना पॉजिटिव केस 29,600 के पार, मरने वालों की संख्या 940 पहुंची
गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की संख्या करीब 29,600 से ज्यादा हो चुकी है, कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 7181 हो गई है, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या 940 हो चुकी है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 30 लाख 73 हजार को पार कर चुकी है तथा इससे मरने वालों की संख्या 2 लाख, 11 हजार को पार कर चुकी है। विश्व में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या अमेरिका में करीब 10 लाख, 10 हजार पहुंच चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या यहां करीब 56,800 हो चुकी है।