दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने आज 25 जनवरी को एक बड़ा ऐलान किया है। किसान 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली करने के बाद 1 फरवरी को संसद मार्च करेंगे।
किसान 1 फरवरी को करेंगे संसद मार्च
दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसान अब 1 फरवरी को संसद मार्च करेंगे। किसानों ने आज कहा कि दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर कल 26 जनवरी को हम शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली करेंगे और ट्रैक्टर रैली करने के बाद अपने स्थान पर वापस आ जाएंगे, हमारा आंदोलन 26 जनवरी के बाद भी चलेगा। क्रांतिकारी किसान यूनियन के दर्शन पाल ने कहा कि 1 फरवरी को हम दिल्ली के अलग-अलग जगहों से संसद की ओर पैदल मार्च करेंगे, इस दिन कैसे कहां जाना है, ये हम 28 जनवरी को तय करेंगे। दर्शन पाल ने कहा कि 1 फरवरी से ही संसद का सत्र शुरू हो रहा है, उस दिन बजट भी पेश होगा, यह भी चेताया कि पूरे संसद सत्र के दौरान हम अलग-अलग कार्यक्रम करते रहेंगे।
ट्रैक्टर रैली से गणतंत्र की इज्जत बढ़ेगी- योगेंद्र
26 जनवरी को आयोजित होने वाले ट्रैक्टर रैली पर स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने आज कहा कि मीडिया में केवल 3 जगह से ट्रैक्टर रैली की बात कही जा रही है, जबकि 3 नहीं कुल 9 जगहों से किसान गणतंत्र परेड निकालेंगे। योगेंद्र यादव ने कहा कि सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, धंसा बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर के अलावा 4 और बॉर्डर हैं जो कि हरियाणा बॉर्डर पर हैं जहां से किसान गणतंत्र परेड निकलेंगे, शाहजहांपुर से निकलने वाली गणतंत्र परेड में 20-25 राज्यों की झांकियां भी निकलेंगी, कल जो भी परेड होगा वो शांतिपूर्ण तरीके से होगा। योगेंद्र यादव ने कहा कि ट्रैक्टर रैली से देश की गणतंत्र की इज्जत बढ़ेगी, घटेगी नहीं। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि ट्रैक्टर रैली पूरी तरह शांतिपूर्ण होगी।
SN श्रीवास्तव ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
इससे पहले किसानों के 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने आज सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे, इस क्रम में वह मुकरबा चौक पर पहुंचे, जहां से ट्रैक्टर रैली को मुड़ना है, इसके बाद एसएन श्रीवास्तव ने टिकरी बार्डर का भी दौरा किया। एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि किसान संगठन प्रतिनिधियों से बात के बाद 3 रूट चिन्हित किया गया है, इस रूट का जिक्र किसान प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए अपने आवेदन में भी किया गया है, इसके अलावा पुलिस लगातार किसान संगठनों के सम्पर्क में है, किसान संगठन प्रतिनिधियों को इन रूट के बारे में पूरी जानकारी दे दी गई है।