कोरोना महामारी के कहर को देखते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने आज 12 नवंबर को एक बड़ा फैसला लिया है। केजरीवाल सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि इस बार दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा नहीं होगी।
छठ पूजा घरों पर ही करनी पड़ेगी
केजरीवाल सरकार द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा करने पर प्रतिबंध लगाने के बाद लोगों को इस बार अब छठ महापर्व की पूजा अपने घरों पर ही करनी पड़ेगी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज बताया कि दिल्ली सरकार ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा करने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। ध्यान रहे कि दिल्ली सरकार ने सभी जिलाधिकारियों, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और सभी संबंधित अथॉरिटीज को निर्देश दिया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नवंबर में सार्वजनिक स्थानों/नदी के किनारों/मंदिरों आदि में छठ पूजा न हो। दिल्ली में प्रदूषण की वजह से पटाखों के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध है।
छठ पूजा 18-21 नवंबर तक है
गौरतलब है कि चार दिनों तक चलने वाली छठ पूजा को बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के लाखों लोग धूमधाम से मनाते हैं। इस बार छठ महापर्व की शुरुआत 18 नवंबर को नहाय खाय से होगी, इसके बाद 19 नवंबर को खरना, 20 नवंबर को शाम का अर्घ्य और 21 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ यह संपन्न होगा। छठ महापर्व में नदी, नहर, तालाबों इत्यादि पर सूर्य देवता की पूजा की जाती है।