देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण दिल्ली की केजरीवाल सरकार के साथ-साथ केंद्र की मोदी सरकार भी काफी चिंतित है। इस बीच आज 2 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली में कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की।
भल्ला ने की कोरोना की स्थिति की समीक्षा
दिल्लीन में पिछले पांच दिनों में कोरोना वायरस के 5 हजार से ज्याकदा मामले सामने आए है, यही कारण है केंद्र की मोदी सरकार और दिल्लीन की केजरीवाल सरकार ने चौकसी बढ़ा दी है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने एक नियमित प्रक्रिया में दिल्ली में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। ध्यान रहे कि केंद्रीय गृह सचिव क्रमवार आधार पर सभी केंद्र शासित प्रदेशों की नियमित समीक्षा के तहत आज दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की।
अस्पतालों में 57 फीसदी बिस्तर खाली
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि प्रशासन टेस्ट, संपर्क ट्रेसिंग और उपचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता की स्थिति सहज है, कोविड-19 को लेकर अस्पतालों में 15,789 बिस्तरों में से 57 फीसदी खाली है, डेडिकेटेड बिस्तर भी खाली है। कोरोना के बढ़ते मामलों के लेकर अजय भल्ला ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी त्योहारी मौसम में लोगों की ज्यादा आवाजाही, कोविड व्यवहार से जुड़ी सावधानियों में लापरवाही के कारण है।
RT-PCR टेस्ट पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा
अजय भल्ला ने कहा कि दिल्ली के कुछ इलाकों में आरटी-पीसीआर टेस्ट पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, साथ ही आईसीयू और वेंटिलेटर के साथ-साथ चिकित्सा संसाधनों की उपलब्धता, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि दिल्ली में मेट्रो से यात्रा को सावधानी पूर्वक नियमित किया जाए, मानक संचालन प्रक्रियाओं का सख्ती से अनुपालन हो, सरकार रेस्तरां, बाजार और सैलून जैसी संवेदनशील जगहों पर लक्षित आरटी-पीसीआर टेस्ट जैसे प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
दिल्ली में पॉजिटीविटी दर 12.7 फीसदी पहुंची
ध्यान रहे कि दिल्ली में कल 1 नवंबर को कोरोना संक्रमण के 5664 नए मामले सामने आए, इसके साथ पॉजिटीविटी दर बढ़कर 12.7 फीसदी तक पहुंच गई। इससे पहले 31 अक्टूबर को 5062, 30 अक्टूबर को 5891, 29 अक्टूबर को 5739 तथा 28 अक्टूबर को 5673 कोरोना के नए मामले सामने आए थे।