कोरोना काल में हजारों लोग दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, कई लोग तो ऐसे हैं जो बिना खाए ही सो जाते हैं। ऐसे ही भूख से पीड़ित जरूरतमंद लोगों का सहारा बने हैं दिल्ली के शाहदरा निवासी रोहित जैन। रोहित ने कोरोना काल में 800 परिवारों को निशुल्क राशन उपलब्ध कराया, जिससे उनका पेट भरा जा सके।
रोहित जैन ने 800 परिवारों को मदद पहुंचाई
कोरोना काल में हजारों लोग दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, कई लोग तो ऐसे हैं जो बिना खाए ही सो जाते हैं। ऐसे ही भूख से पीड़ित जरूरतमंद लोगों का सहारा बने हैं दिल्ली के शाहदरा निवासी रोहित जैन। रोहित ने कोरोना काल में 800 परिवारों को निशुल्क राशन उपलब्ध कराया, जिससे उनका पेट भरा जा सके। रोहित जैन ने बताया कि उन्हें समाजसेवा की प्रेरणा अपने दादा से मिली है, उनके दादा प्रसिद्ध समाजसेवी व शिक्षाविद स्वर्गीय महेंद्र कुमार जैन जनसंघ का हिस्सा भी रहे और आपातकाल में जेल भी गए थे। अपने दादा के नाम पर ही 10 वर्ष पहले रोहित जैन ने महेंद्र वेलफेयर फाउंडेशन की स्थापना की ताकि वह जरूरतमंदों की मदद कर सकें।
पुण्य निधि योजना के तहत 800 परिवारों को मदद
महेंद्र वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष रोहित जैन ने कोरोना काल में पुण्य निधि योजना के तहत करीब 800 परिवारों को राशन पहुंचाकर उनकी मदद की, साथ ही साथ कई परिवारों को ऑनलाइन राशन कार्ड बनवाने में भी सहायता किया। रोहित जैन ने बताया कि केवल शाहदरा में ही नहीं दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश में भी उन्होंने सैकड़ों लोगों तक राशन पहुंचाया। उन्होंने जुलाई, 2019 से इस योजना के द्वारा क्षेत्र के 15 जरूरतमंद परिवार के करीब 200 सदस्यों को हर महीने निशुल्क राशन दिया जाता है। इसी योजना का विस्तार करते हुए कोरोना काल में दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे करीब 800 जरूरतमंद परिवारों को राशन दिया गया।
लॉकडाउन में 12 व्यक्ति महेंद्र रत्न से सम्मानित
हर वर्ष देश व समाज सेवा में निष्पक्ष व निस्वार्थ भाव से सहयोग देने वाले लोगों को संस्था द्वारा महेंद्र रतन अवॉर्ड दिया जाता है। वर्ष 2019-2020 में इस अवॉर्ड के लिए देश से कई लोगों के नाम आए, जिसमें से 12 लोगों का चयन अवार्ड के लिए किया गया है। वहीं, महेंद्र रतन लाइफटाइम अचीवेमेंट अवॉर्ड मशहूर अभिनेता सोनू सूद को दिया गया है, उनके अलावा बिहार से जगन्नाथ दास व रोहित कुमार सिंह, हरियाणा के हिसार से महेंद्र सेतिया, पंजाब के जालंधर से गगन सब्लोक, उत्तर प्रदेश के कौशांबी से मंजू जैन, राजस्थान के टोंक से संगीता बिलास्पुरिया, दिल्ली से संजू शुक्ला, मंजू आहूजा, राज कुमार भारद्वाज, राहुल शर्मा, अविनाश श्रीवास्तव, डॉ. राम ब्रिज शर्मा को यह सम्मान दिया जा रहा है। इस वर्ष कोरोना के कारण ऑनलाइन व कोरियर के माध्यम से यह अवॉर्ड पहुंचाया जा रहा है।
पर्यावरण संरक्षण में भी दे रहे योगदान
महेंद्र वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने के लिए लोगों को घर-घर जाकर पौधे वितरित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही लोगों को पौधों की देखरेख करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। महेंद्र वेलफेयर फाउंडेशन के महासचिव शुभम अग्रवाल ने बताया कि दो वर्ष से संस्था द्वारा अब तक 10 हजार से अधिक पौधे वितरित किए जा चुके हैं। वहीं, लॉकडाउन के दौरान ही उन्होंने पर्यावरण को खूबसूरत बनाने के लिए करीब 250 पौधों का वितरित किए। इसके अलावा 500 जरूरतमंद लोगों को घर के बने मास्क, काढ़ा व सैनिटाइजर भी वितरित किया।