विश्व हिंदू परिषद ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अयोध्या को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर तल्ख टिप्पणी की है तथा साथ ही उनके बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
विश्व हिंदू परिषद ने ओली के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया
विश्व हिंदू परिषद ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अयोध्या को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर तल्ख टिप्पणी की है तथा साथ ही उनके बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि चीन ने नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया है, इसलिए वह भारत और नेपाल के आपसी संबंधों को नुकसान पहुंचाने के लिए चीन के इशारे पर काम कर रहे हैं, उनका यह बयान दोनों देशों के आपसी संबंधों को देखते हुए ठीक नहीं है।
भारत ने नकली अयोध्या का निर्माण किया है, जबकि असली अयोध्या नेपाल में है- ओली
शरद शर्मा ने कहा कि वेद वर्णित श्रीराम और उनकी अयोध्या जिसका उल्लेख विश्व के अनेक ग्रंथों में है, वह भारत में ही है, भारत की पवित्र धरती के कण-कण में भगवान श्रीराम का वास है तथा नेपाल भी भारत का अभिन्न अंग है, जिसे केपी शर्मा ओली जैसे चीन भक्त नकार रहे हैं। गौरतलब है कि 13 जुलाई को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने बयान दिया था कि भारत ने सांस्कृतिक अतिक्रमण के लिए नकली अयोध्या का निर्माण किया है, जबकि असली अयोध्या नेपाल में है। प्रधानमंत्री ओली ने सवाल किया कि उस समय आधुनिक परिवहन के साधन और संचार नहीं थे तो राम जनकपुर तक कैसे आए, उनके इस बयान पर भारत में धर्मगुरुओं की तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।