कोरोना वायरस के फैलाव का पता लगाने के लिए आज यानि 27 जून से दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वे की शुरुआत हो गई है। ध्यान रहे कि इसकी जानकारी देते 26 जून को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया था कि दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वे के तहत 20 हजार लोगों में एंटीबॉडी की जांच की जाएगी।
दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वे की शुरुआत
कोरोना वायरस के फैलाव का पता लगाने के लिए आज यानि 27 जून से दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वे की शुरुआत हो गई है। ध्यान रहे कि इसकी जानकारी देते 26 जून को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया था कि दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वे के तहत 20 हजार लोगों में एंटीबॉडी की जांच की जाएगी। सीरोलॉजिकल सर्वे के तहत महज आधे घंटे में खून की जांच के आधार पर यह पता चल जाएगा कि व्यक्ति में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी है या नहीं है।
एंटीबॉडी की जांच से पता चलेगा कि किसी व्यक्ति को कोरोना हुआ था या नहीं !
इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर एक व्यक्ति कोरोना संक्रमण की चपेट में आता है तथा उसमें किसी भी प्रकार का लक्षण नहीं होता है, तो 5-7 दिन में उसके शरीर में एंटीबॉडी बनना शुरू हो जाता है। इन्हीं एंटीबॉडी की जांच करके यह पता लगाया जा सकता है कि उस व्यक्ति को कोरोना हुआ था या नहीं, ऐसा होने से यह भी साबित हो जाएगा कि दिल्ली में कौन-कौन से ऐसे इलाके तथा कितनी आबादी ऐसी है जहां लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ और वह ठीक भी हो गए।
सीरोलॉजिकल सर्वे एनसीडीसी तथा दिल्ली सरकार संयुक्त रूप से कर रही है
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशों के मुताबिक, पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच बैठक में दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वे पर चर्चा की गई थी। सीरोलॉजिकल सर्वे एनसीडीसी तथा दिल्ली सरकार संयुक्त रूप से कर रही है। ध्यान रहे कि आरोग्य सेतु और इतिहास मोबाइल एप की मदद लेते हुए टीमें सर्वे कर रही है।