देश की राजधानी दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में अचानक से ऐसी चर्चा बहुत जोर पकड़ रही है कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है। पर सवाल उठता है कि अब तक केंद्र सरकार ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ यह कदम नहीं उठाया तो अब क्यों, जबकि विधानसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं।
केजरीवाल सरकार बर्खास्त होगी!
दिल्ली में अचानक से ये बात फैल रही है कि केंद्र की मोदी सरकार जल्द ही जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल को बर्खास्त कर सकती है। दरअसल, भाजपा के विधायकों ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से केजरीवाल सरकार को बर्खास्त करने की मांग की थी। इस सबंध में दिल्ली भाजपा के विधायकों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा था। अब खबर आ रही है कि राष्ट्रपति सचिवालय ने इस पर संज्ञान लेते हुए मांग पत्र को केंद्रीय गृह मंत्रालय में भेज दिया है।
दिल्लीवासियों का जीना दुश्वार- भाजपा
अब सवाल यह उठता है कि भाजपा को इतनी जल्दी क्यों मची हुई है, जब अब तक केजरीवाल सरकार नहीं बर्खास्त किया तो अब ऐन विधानसभा चुनाव के मौके पर ऐसा करना आम आदमी पार्टी के लिए फायदेमंद और भाजपा के लिए क्या घातक साबित नहीं हो सकता है। भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के भाजपा विधायकों और केजरीवाल के पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद के साथ राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा था कि ‘अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों का जीना दुश्वार कर दिया है, क्योंकि कोई भी सरकारी विभाग कारगर ढंग से काम नहीं कर रहा है, दिल्ली जल बोर्ड कर्ज में में डूबा हुआ है, सड़कें खस्ताहाल हैं, घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं, सलाखों के पीछे होने के बावजूद सत्ता में बने रहने के लालच ने दिल्ली में कई समस्याएं पैदा कर दी हैं।’
दिल्ली का हाल इस समय बहुत बुरा
इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती कि देश की राजधानी दिल्ली का हाल इस समय बहुत बुरा है। लुटियंस जोन को छोड़ दिया जाए तो पूरी दिल्ली में कूड़े के ढेर पड़े हुए हैं, सड़कें टूटी पड़ी हुईं हैं, बिजली के पोल में लगी लाइटें अक्सर बंद रहती हैं, अंडरपास में पानी भर जाते हैं, थोड़ी सी बारिश में दिल्ली का पूरा सिस्टम बेहाल हो जाता है।