ओलंपिक में 121 साल में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने अब वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी इतिहास रच दिया है। नीरज चोपड़ा ने बुडापेस्ट में हुई वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन थ्रो का गोल्ड जीत लिया है। फाइनल में उन्होंने 88.17 मीटर के अपने बेस्ट एफर्ट के साथ गोल्डन कामयाबी हासिल की। यह चैंपियनशिप 1983 से हो रही है और पहली बार किसी भारतीय एथलीट ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने सिल्वर जीता। उन्होंने 87.82 मीटर का बेस्ट एफर्ट निकाला। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में यह भारत का ओवरऑल तीसरा मेडल है। पिछले सीजन में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर जीता था। महिला लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज ने 20 साल पहले 2003 में पेरिस में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।
नीरज ओलंपिक में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने थे
नीरज चोपड़ा एक साथ ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप दोनों का गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। उन्होंने 2021 में हुए टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड जीता था। भारत ओलिंपिक में साल 1900 से शिरकत कर रहा है, लेकिन ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स में नीरज से पहले किसी भारतीय ने गोल्ड छोड़िए किसी भी कलर का मेडल नहीं जीता था। नीरज से पहले मिल्खा सिंह और पीटी उषा का अलग-अलग ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहना भारत का बेस्ट परफॉर्मेंस था।
पाक के नदीम से नीरज को कड़ी चुनौती मिली
फाइनल इवेंट में भारतीय स्टार नीरज चोपड़ा को अपने पाकिस्तानी प्रतिद्वंद्वी अरशद नदीम से कठिन चुनौती मिली, हालांकि नदीम कभी नीरज से आगे नहीं निकल सके।
फाइनल का रोमांच-3
पहला: नीरज चोपड़ा का पहला थ्रो फाउल रहा (ओलंपिक में भी नीरज चोपड़ा ने फाउल से शुरुआत की थी) पहले प्रयास में फिनलैंड के ओलिवर हेलैंडर ने 83.38 मीटर स्कोर किया और टॉप पर रहे। नीरज चोपड़ा का अटैम्प्ट फाउल रहा और वे 12वें नंबर पर रहे। किशोर जेना ने 75.6 और डीपी मनु ने 78.44 मीटर थ्रो किया। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 74.80 मीटर डिस्टेंस तक भाला फेंका।
दूसरा: टॉप पर आए नीरज चोपड़ा ने दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर स्कोर कर जेवलिन फाइनल का बेस्ट स्कोर किया और पहला स्थान हासिल कर लिया, जो आखिरी तक कायम रहा। दूसरे अटैम्प्ट में किशोर जेना ने 82.82 और पाकिस्तान के अरशद ने 82.81 मीटर थ्रो किया। डीपी मनु का थ्रो फाउल रहा, जबकि जर्मनी के जुलियन वेबर 85.79 मीटर के साथ दूसरे और चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच 84.18 मीटर के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
तीसरा: अरशद ने सीजन बेस्ट थ्रो किया, तीसरे अटैम्प्ट में नीरज चोपड़ा ने 86.32 मीटर थ्रो किया, उनके बाद अरशद नदीम ने 87.82 मीटर थ्रोकर नंबर-2 पोजिशन हासिल की। किशोर जेना का थर्ड अटैम्प्ट फाउल रहा, वहीं मनु ने 83.73 मीटर थ्रो किया।
चौथा: अरशद ने फिर 87 मीटर पार किया नीरज चोपड़ा ने चौथे अटैम्प्ट में 84.64 मीटर थ्रो किया, जबकि अरशद इस थ्रो में एक बार फिर नीरज के बेस्ट थ्रो के करीब पहुंचे, उन्होंने 87.15 मीटर थ्रो किया, लेकिन पहले नंबर पर नहीं आ सके। किशोर जेना ने चौथे प्रयास में 80.19 मीटर थ्रो किया, वहीं मनु का थ्रो फाउल रहा।
पांचवां: नीरज चोपड़ा भी 87 मीटर से ऊपर गए, किशोर का पर्सनल बेस्ट, चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच ने पांचवें अटैम्प्ट में 86.67 मीटर थ्रोकर तीसरा स्थान हासिल किया। नीरज ने इस अटैम्प्ट में 87.73 मीटर स्कोर किया, वहीं अरशद का थ्रो फाउल रहा। किशोर जेना ने अपना बेस्ट थ्रो कर 84.77 मीटर भाला फेंका और पांचवें नंबर पर पहुंचे। मनु 83.48 मीटर थ्रो फेंककर छठे नंबर पर रहे।
छठा: अटैम्प्ट खत्म होने के साथ नीरज चोपड़ा ने जीता ऐतिहासिक गोल्ड छठे अटैम्प्ट में भारत के डीपी मनु ने सबसे ज्यादा 84.14 मीटर स्कोर किया। इस राउंड में वादलेच और किशोर जेना का थ्रो फाउल रहा। अरशद नदीम 81.86 मीटर ही थ्रो कर सके और उन्हें सिल्वर मेडल के साथ संतोष करना पड़ा। नीरज ने 83.98 मीटर थ्रो किया, लेकिन दूसरे अटैम्प्ट में 88.17 मीटर के अपने स्कोर के कारण उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
किशोर 5वें और मनु छठे नंबर पर रहे
नीरज चोपड़ा ने पहली बार वर्ल्ड एथलेटिक चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। भारत के किशोर जेना पांचवें और डीपी मनु छठे नंबर पर रहे। चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच ने तीसरे नंबर पर फिनिश कर ब्रॉन्ज मेडल जीता। वहीं जर्मनी के जूलियन वेबर चौथे नंबर पर रहे और मेडल जीतने से चूक गए।
नीरज ने पिछले साल दिलाया था सिल्वर
नीरज चोपड़ा इस चैंपियनशिप के पिछले सीजन में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल दिलाया था। नीरज चोपड़ा ने ओरेगॉन में आयोजित प्रतियोगिता में 88.39 मीटर भाला फेंका था। उन्होंने मेडल के लिए भारत के 19 साल के लंबे इंतजार को समाप्त कर दिया था।