गैंगस्टर अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की शनिवार की शाम को प्रयागराज में मेडिकल के लिए ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूत्रों के मुताबिक, अतीक और अशरफ पर दो से तीन बदमाशों ने फायरिंग की। अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले बदमाश मीडियाकर्मी बन कर आए थे। पुलिस ने तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। गोली चलाने के बाद हमलावरों ने सरेंडर कर दिया।
स्वतंत्र देव सिंह की पहली प्रतिक्रिया
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। योगी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बिना नाम लिए कहा कि पाप-पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है। दरअसल, अतीक और अशरफ पुलिस की कस्टडी में थे। पुलिस टीम ने माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को लेकर आज कई जगहों पर छापेमारी की थी।
अतीक के बेटे असद का हुआ था एनकाउंटर
पुलिस टीम ने शहर के चकिया, कसारी मसारी और पीपल गांव इलाके में छापेमारी की थी। गौरतलब है कि अतीक अहमद साल 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड और इस साल फरवरी में हुए उमेश पाल हत्याकांड में भी आरोपी था। इससे पहले अतीक अहमद का बेटा असद अहमद 13 अप्रैल को झांसी में एक मुठभेड़ में मारा गया था, इसके साथ यूपी एसटीएफ ने शूटर गुलाम को भी मार गिराया था। पुलिस ने छापेमारी के दौरान कसारी मसारी इलाके में 2 पिस्टल और 58 कारतूस बरामद किए थे, इसके साथ ही एक पिस्टल विदेशी और एक इंडियन भी थी। बरामद हुए 58 कारतूस में 5च पाकिस्तानी हैं, कसारी मसारी इलाके में अतीक और अशरफ की निशानदेही पर ही ये हथियार बरामद हुए हैं।