पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की दोषी नलिनी श्रीहरन को आज जेल से रिहा कर दिया गया है। नलिनी श्रीहरन को आज शाम को 31 साल बाद वेल्लोर जेल से रिहा किया गया है। दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 1991 में की गई थी।
नलिनी श्रीहरन आज वेल्लोर जेल से रिहा
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की दोषी नलिनी श्रीहरन को आज 12 नवंबर 2022 को वेल्लोर जेल से रिहा कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने कल शुक्रवार यानि 11 नंवबर को राजीव गांधी हत्याकांड के सभी 6 दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया था। नलिनी श्रीहरन को जेल से रिहा करने से पहले तमिलनाडु की वेल्लोर पुलिस ने रुटीन प्रकिया को अंजाम दिया। जेल से रिहा होने से पहले नलिनी आज सुबह ही वेल्लोर के पुलिस थाने भी गई थीं, जहां पर पेरोल शर्तों के तहत अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थीं, दिन में उनका एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें पुलिस उनको वैन में लेकर जा रही थी, समय से पहले रिहाई की मांग को लेकर उसने देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कांग्रेस ने रिहाई के इस फैसले को दुर्भाग्यदपूर्ण बताया।
मैं कोई आतंकी नहीं हूं- नलिनी
जेल से बाहर आते ही नलिनी श्रीहरन ने कहा कि ‘मैं कोई आतंकी नहीं हूं, पिछले 31 सालों से मैं संघर्ष कर रही थी, आज वो खत्म हुआ है।’ ध्यान रहे कि नलिनी श्रीहरन देश की सबसे लंबे समय तक जेल में रहने वाली भारतीय महिला कैदी है, जिस वक्त उसे अरेस्ट किया गया था, उस वक्त उसकी उम्र केवल 24 वर्ष थी और वो 2 महीने की गर्भवती थी, वो और उसका पति वी श्रीहरन उर्फ मुरुगन राजीव गांधी की हत्या में शामिल थे।
SC ने दिया था रिहा करने का आदेश
गौरतलब है कि नलिनी के अलावा उसके पति वी श्रीहरन उर्फ मुरुगन, आर पी रविचंद्रन, संथन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार को सुप्रीम कोर्ट ने 11 नवंबर 2022 को रिहा करने आदेश दिया था। श्रीहरन, संथन, रॉबर्ट और जयकुमार श्रीलंकाई नागरिक हैं, जबकि नलिनी और रविचंद्रन तमिलनाडु से ताल्लुक रखते हैं।