झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का खनन लीज आवंटन मामले में चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी हो चुकी है। चुनाव आयोग कभी भी फैसला दे सकता है। इसे लेकर सूबे में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। इसी बीच भाजपा ने बड़ा दावा किया है।
हेमंत सोरेन को सीएम पद छोड़ना पड़ सकता है!
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ सकता है। खनन लीज आवंटन मामले में चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी हो चुकी है, कभी भी आयोग फैसला दे सकता है। यदि प्रतिकूल फैसला आता है तो हेमंत सोरेन को अयोग्य घोषित किया जा सकता है, ऐसे में प्रदेश की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। इसी बीच भाजपा ने दावा किया है कि हेमंत सोरेन की जगह उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को सूबे की बागडोर सौंपी जा सकती है। वहीं आज 20 अगस्त 2022 को सीएम हेमंत सोरेन ने सत्तारूढ़ दलों के विधायकों की बैठक बुलायी है, जिसमें महागठबंधन दल के विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश की जाएगी।
झारखंड में भाभी जी के ताजपोशी की तैयारी- निशिकांत
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि झारखंड में भाभी जी की ताजपोशी कराई जाएगी। निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा कि ‘झारखंड में भाभी जी के ताजपोशी की तैयारी, परिवारवादी पार्टी का बेहतरीन नुस्खा गरीब के लिए।’ इससे पहले निशिकांत दुबे ने बरहेट और दुमका विधानसभा में उपचुनाव होने का दावा किया था, उन्होंने कहा था कि ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा औरो कांग्रेस दिल्ली-रांची क्यों दौड़ रहा है रे भाई, हम बोले बरहेट, दुमका विधानसभा में उपचुनाव होगा तो हमको कांके भेज रहे थे? अब तो विधानसभा अध्यक्ष को कनाडा जाने से रोक दिए? इस्तीफे विकल्प है, दैइए दीजिए।’
हेमंत सरकार को अस्थिर करने के प्रयास में 3 मुकदमे
ध्यान रहे कि हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने के प्रयास में 3 मुकदमे रांची के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। 2 प्राथमिकी कांग्रेस के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह और एक प्राथमिकी झामुमो के विधायक रामदास सोरेन ने दर्ज कराई है।
सुखाड़ को लेकर बुलाई बैठक- सुप्रियो भट्टाचार्य
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि सीएम हेमंत सोरेन ने सुखाड़ को लेकर बैठक बुलाई है। हालांकि, झामुमो की राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि बैठक विधायकों को एकजुट रखने को लेकर हो रही है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि सभी विधायक एकजुट हैं, निलंबित तीनों विधायक भी हमारे खेमे में हैं। दूसरी ओर भाजपा पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
बैठक में सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी
सीएम हेमंत सोरेन की विधायकी पर प्रतिकूल निर्णय की स्थिति में सरकार की रणनीति क्या होगी, कैसे इस परिस्थिति से निपटा जाएगा, इसे लेकर बैठक में सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि तमाम परिस्थितियों में एकजुटता के साथ मजबूती से मुकाबला करने की रणनीति बनाई जाएगी, इसके लिए सत्तारूढ़ विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में उनके आवास पर 11 बजे से निर्धारित है, इसमें सत्तारूढ़ दल के सभी विधायकों को मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।