महंगाई के बावजूद भारत चालू वित्त वर्ष में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होगा। केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने बुधवार को यह बात कही है। केंद्र सरकार महंगाई को काबू में लाने के लिए कई तरह के प्रयास में जुटी हुई है।
भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होगा
बढ़ती महंगाई, चालू खाते के घाटे में बढ़ोतरी और रुपए की विनिमय दर में गिरावट के बावजूद भारत चालू वित्त वर्ष 2022-23 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होगा। केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने 10 अगस्त 2022 को यह बात कही। ध्यान रहे कि पूरा विश्व आज महंगाई की मार झेल रहा है। दरअसल, केंद्र सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ महंगाई को काबू में लाने के लिए कई तरह के प्रयास में जुटी हुई है। खुदरा महंगाई लगातार आरबीआई के स्तर से ऊपर चल रही है, जून 2022 में मंहगाई दर 7.01 प्रतिशत रही है।
खाद्य तेल और कच्चे तेल के दाम स्थिर
अंतरराष्ट्रीय आयल बाजार में खाद्य तेल (Edible Oil) और कच्चे तेल (Crude Oil) के दाम अभी स्थिर बने हुए है, लेकिन महंगाई को लेकर दबाव कम होने की उम्मीद है। आरबीआई ने मुद्रास्फीति को 4 फीसदी पर रखने का टारगेट तय किया है।
वित्त वर्ष 2022-23 में बेहतर होगी अर्थव्यवस्था
सूत्रों के मुताबिक, भारत में आर्थिक वृद्धि में नरमी का सवाल ही नहीं है, साथ ही भारत को फाइनेंसियल ईयर 2022-23 में तेज के साथ बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप देखा जा रहा है। ध्यान रहे कि वैश्विक स्तर पर रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव के कारण आर्थिक वृद्धि दर बेहतर रहने की उम्मीद है।
2022-23 में 8.5 फीसदी रहेगी विकास दर
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट (World Economic Outlook Report) के मुताबिक, केंद्र की मोदी सरकार के रणनीतिक सुधारों और कोरोना टीकाकरण अभियान में तेजी के कारण दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। भारत 2022-23 में 8.5 फीसदी की वृद्धि दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। 2022-23 में भारत को छोड़कर किसी भी अन्य देश में यह वृद्धि दर 6 फीसदी से ऊपर नहीं जाने का अनुमान जताया गया है। आर्थिक विकास दर के मामले में भारत ने चीन और अमेरिका को काफी पीछे छोड़ दिया है।
कसीनो पर लगेगी जीएसटी
क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) के बारे में सतर्कता बरतने की जरूरत है। हाल ही में क्रिप्टो लेन-देन में कई तरह की गड़बड़ियों सामने आई है, वही दूसरी ओर कसीनो (Casino) पर जीएसटी लगाने पर केंद्र सरकार विचार कर रही है, इस बारे में जल्द ही सरकार को रिपोर्ट सौंपी जा सकती है।