पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी को आज टीएंमसी सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्री पद से हटा दिया है।
ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाया
पश्चिम बंगाल में स्कूल शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी को आज 28 जुलाई 2022 को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्री पद से हटा दिया है। ईडी की गिरफ्तारी के बाद से पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाए जाने की मांग उठ रही थी, इस बीच आज ममता बनर्जी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई, इस बैठक के कुछ ही देर बाद पार्थ चटर्जी को को मंत्री पद से हटाए जाने संबंधी आदेश जारी किया गया। पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी की सरकार में उद्योग, कॉमर्स एंड इंटरप्राइजेज, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक मंत्री थे, ये विभाग फिलहाल खुद ममता बनर्जी देखेंगी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान
पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाए जाने पर सीएम ममता बनर्जी ने बयान दिया है कि औद्योगिक प्रोत्साहन बोर्ड की बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि एक लड़की के यहां से पैसा बरामद हुआ और वे इसे लगातार दिखा रहे हैं, मैंने उन्हें (पार्थ को) हटा दी है क्योंकि मेरी पार्टी बहुत सख्त है, अगर किसी को लगता है कि यह दिखाकर वे धारणा बदल सकते हैं तो वे गलत हैं, ये खेल बहुत बड़ा है, मैं अभी नहीं बताऊंगी।
50 करोड़ रुपए नकद जब्त
ध्यान रहे कि पार्थ चटर्जी को केंद्रीय एजेंसी ईडी ने 23 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था, उनकी गिरफ्तारी से ठीक पहले ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के आवास से करीब 21 करोड़ रुपए बरामद किए थे। अर्पिता मुखर्जी टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी की करीबी हैं। ईडी ने 27 जुलाई को भी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर छापेमारी की थी, इस दौरान करीब 29 करोड़ रुपए कैश जब्त किए गए, ईडी ने कई प्रॉपर्टी के कागजात और 3 किलो सोना भी जब्त किया है।