बीपीएससी पेपर लीक मामले में आज आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, इनमें भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड के बीडीओ, आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्राचार्य भी शामिल हैं। दरअसल, 8 मई 2022 को हुए बिहार लोक सेवा आयोग के प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कर दिया था, बीपीएससी ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित करते हुए मामला आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया था।
जयवर्धन गुप्ता समेत 4 आरोपी गिरफ्तार
बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) के पीटी एक्जाम पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई की कार्रवाई शुरू हो गई है। 67वीं बीपीएससी पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने आज 10 मई 2022 को भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, वीर कुंवर सिंह कॉलेज, आरा के प्रचार्य योगेंद्र सिंह तथा परीक्षा नियंत्रक समेत कुल 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बड़हरा बीडीओ जयवर्धन गुप्ता कुंवर सिंह कॉलेज में एग्जाम सेंटर मजिस्ट्रेट थे, यहीं से गड़बड़ी हुई थी। मिली जानकारी के मुताबिक, आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने जयवर्धन गुप्ता को उनके घर से हिरासत में लिया, इसके बाद टीम पूछताछ के लिए उन्हें पटना ले आई, जहां पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
8 मई को आयोजित हुई थी 67वीं BPSC की परीक्षा
ध्यान रहे कि 8 मई 2022 को बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा राज्यभर में 38 जिलों के 1083 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी, तब दोपहर 12 बजे परीक्षा को शुरू होना था और 1 घंटे पहले छात्रों को एग्जाम हॉल आने के निर्देश थे, लेकिन परीक्षा शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही सोशल मीडिया पर बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया, बताया गया कि प्रारंभिक परीक्षा का सेट-C का प्रश्नपत्र लीक हुआ था।
विजिलेंस ने भी किया था जयवर्धन गुप्ता को गिरफ्तार
गौरतलब है कि बड़हरा प्रखंड के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता पहले से ही दागी रहे हैं। भोजपुर जिले में पोस्टिंग से पहले बिहार सरकार ने इनका पावर छीन लिया था, काफी लंबे समय तक जयवर्धन गुप्ता को वेटिंग फॉर पोस्टिंग की लिस्ट में रखा गया था। पिछले साल बिहार में पंचायत चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग द्वारा राज्यभर में करीब 60 दागी पदाधिकारियों की पोस्टिंग में फेरबदल किया गया था, जिसमें जयवर्धन गुप्ता का भी नाम शामिल था। बिहार के दैनिक अखबार प्रभात खबर में 22 अगस्त 2018 को छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पटना स्थित घोसवरी थाने के मालपुर गांव के रहने वाले दिनेश गोप ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत दर्ज करायी थी कि बीडीओ जयवर्धन गुप्ता एक योजना की प्रशासनिक स्वीकृति देने के एवज में 1 लाख रुपए की रिश्वत की मांग कर रहे हैं, शिकायत के सत्यापन के बाद विजिलेंस ने बीडीओ जयवर्धन गुप्ता को धर दबोचा था।